
HAPUR। मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा सिंह ने विकास भवन को आई एस ओ प्रमाणित कराने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इससे विकास भवन बहुत ही आकर्षक हो जायेगा यहां आने वाले लोगों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए गए निर्देश का पालन करने और आई एस ओ मानक के अनुरूप अपने कार्यालय और कार्य प्रणाली को बनाने की हिदायत दी है उनकी कोशिश है कि आई एस ओ के लिए टीम जब सत्यापन करे तो विकास भवन के सभी कार्यालय मानक पर खरे उतरें।
विकास भवन के सभागार में आज हुई बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों और कर्मचारियों के मेज पर केवल जरूरी फाइलें हों बाकी आलमारी और रिकॉर्ड रूम में रखें। आलमारी में भी जरूरी फाइलें रखें उनका रखरखाव ठीक रखें, आलमारी और फाइलों पर कोडिंग भी हो ताकि आसानी से पता चल सकें कि किस खाने में कौन सी फाइल है कार्यालय को अपनी पसंद के अनुरूप सुंदर बनाएं, ऐसा रखें कि बाहर से आने वालों को भी और जो कार्य कर रहे हैं उनको अच्छा लगे।
डस्टविन ढक्कन बंद होने वाला हो, पोलिथिन व येल्यूमिनयम फोम का प्रयोग न हो पंखे दीवार, सीसे साफ रहें स्वच्छता अच्छी रहने से सेहत भी अच्छी रहेगी कार्य क्षमता भी बढ़ेगी। विकास भवन का मुख्य द्वार बेहद ही आकर्षक होगा इसके लिए विभिन्न सामाजिक थीमो पर आधारित वाल पेंटिंग कराई जाएगी गेट के पास ही अकर्षक गार्डन भी बनाया जाएगा प्रवेश करते ही काउंटर पर बैठा कर्मचारी आने वालों का विवरण दर्ज करेगा।
बाहर से आने वालों का भी विवरण दर्ज होगा। किस कार्य के लिए आ रहे हैं और किसके पास जाना है। कर्मचारी भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे यह व्यवस्था हमेशा बनी रहे इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी ने छह नोडल अधिकारी नामित किए हैं। प्रथम तल की जिम्मेदारी जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह को और सहायक निबंधक सहकारिता विकास कुमार को दी गई है प्रथम तल की जिम्मेदारी जिला विकास अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह और उपायुक्त स्वत रोजगार आशा देवी को दी गई है ।द्वितीय तल की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवम संख्या अधिकारी विनायक शर्मा और जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार को दी गई है। मुख्य विकास अधिकारी की कोशिश है कि आई एस ओ प्रमाण मिलने के बाद भी विकास भवन में वे मानक बरकरार रहे।