
[खास रिपोर्ट] अपराधियों के खिलाफ अभियान छेड़कर उन्हे मुंह की खाने को मजबूर करने, एनकाउंटर करवाकर आपरेशन लंगड़ा को अनवरत जारी रखने वाले हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा को प्रशंसा चिन्ह गोल्ड मेडल देकर नवाजा गया है। एसपी ने जब से जिले की कमान संभाली हैं। तभी से लगातार अपराधियों के खिलाफ एक से बढ़कर एक एक्शन ले रहे हैं। पुलिस ने ज्यादातर अपराधियों को सलाखों के पीछे फेंक दिया है। एसपी के सफल रणनीति के चलते ही जिले में अपराध नियंत्रण में है। उनके इसी कार्यशैली के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है।
2016 में बने थे आईपीएस। चित्रकूट निवासी एसपी अभिषेक वर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने 2016 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उन्होंने अपनी नौकरी की शुरुआत लखनऊ से की। इसके बाद बरेली में सीओ रहे। जबकि गाजियाबाद में एसपी सिटी, गवर्नर के एडीसी टू के पद पर तैनात रहे। जबकि वह औरैया एसपी के बाद नोएडा डीसीपी बनकर आए। वहीं 15 दिन पूर्व उन्होंने हापुड़ एसपी का चार्ज लिया।जनता के समक्ष है काफी प्रशांत। दरअसल आईपीएस अधिकारी अभिषेक वर्मा यूपी में जाना-पहचाना नाम हैं। वह काम के प्रति हमेशा काफी सजग रहते हैं। कर्तव्यनिष्ठा की वजह से वह अपनी अलग पहचान रखते हैं। जिसके चलते उनके दरवाजे सदैव जनता की सेवा के लिए खुले रहते हैं। अभिषेक वर्मा को नोएडा में मासूम के अपहरण के बाद उसे सकुशल बरामद करने पर सीएम योगी ने भी सम्मानित करते हुए बधाई दी थी। जबकि 2020 में उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने के लिए डीजीपी द्वारा सिल्वर मेडल भी मिल चुका है। जबकि अब उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने के लिए गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। इस पर जिले के नेता और व्यापारियों ने भी बधाई दी है।