ग़ाज़ियाबाद

गोविंदपुरम में लूटा था HDFC का 25 लाख कैश मुठभेड़ में बरामद

[UP] गाजियाबाद में बैंक का 25 लाख रुपए कैश लूटने वाले मुख्य बदमाश रंजीत उर्फ नंदू के खिलाफ जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका/एनएसए) की कार्रवाई की है। प्रशासन ने रासुका की फाइल तामील कराते हुए उत्तर प्रदेश शासन में रासुका बोर्ड को भेज दी है। अगर शासन से फाइल एप्रूव्ड हो जाती है तो कुख्यात लुटेरे की अगले छह महीने तक जेल से रिहाई नहीं हो पाएगी।

क्या था पूरा माजरा। 28 मार्च 2022 को मसूरी में अरिहंत पेट्रोल पंप का कर्मचारी 25 लाख रुपए कैश जमा करने के लिए HDFC गोविंदपुरम में आ रहा था। बैंक से कुछ ही दूरी पर बदमाशों ने सरेआम फायरिंग करके रुपयों से भरा थैला लूट लिया और भाग निकले। इस मामले में मुकेश, सुरेंद्र सहित कई बदमाश पहले ही जेल जा चुके थे। मुख्य आरोपी रंजीत उर्फ नंदू की फरारी पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। आखिरकार 15 मई 2022 को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद रंजीत को धर दबोचा। उसके पैर में गोली लगी। अस्पताल में इलाज के बाद उसे जेल भेज दिया गया था।

जेल में जाकर तामील कराए रासुका के आदेश। अब गाजियाबाद के पुलिस-प्रशासन ने रंजीत उर्फ नंदू के खिलाफ NSA की कार्रवाई की है। इस फाइल पर DM राकेश कुमार सिंह और SSP मुनीराज जी ने हस्ताक्षर किए हैं। रंजीत नंदू फिलहाल गाजियाबाद की डासना जेल में बंद है। सरकारी कर्मचारी ने जेल में जाकर नंदू को NSA के आदेश उपलब्ध करा दिए हैं। NSA की फाइल के प्रत्येक पेज पर नंदू के हस्ताक्षर कराए गए हैं। अब ये फाइल रासुका बोर्ड लखनऊ के समक्ष पेश होगी। बोर्ड फाइनल करेगा कि रंजीत उर्फ नंदू पर रासुका लगनी चाहिए या नहीं। सूत्रों ने बताया कि रंजीत उर्फ नंदू जेल से जमानत पर बाहर आने की तैयारी कर रहा था। उसकी रिहाई रुकवाने के लिए ही रासुका की कार्रवाई की गई है।

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