
[खास रिपोर्ट] हापुड़ में 06 साल का बच्चा 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। जिसको 05 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बच्चे को इलाज के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है। घटना मंगलवार 12.15 बजे की है। बच्चा घर के बाहर खेलते समय गहरे गड्ढे में गिर गया था। बच्चे को पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन और दूध दिया जा रहा था।
घटना कोटला सादात की है। हादसे की जानकारी मिलते ही गाजियाबाद से NDRF की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई थी। बच्चा बोल और सुन नहीं पाता है। इसलिए टीम को थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिस बोरवेल में बच्चा गिरा वह नगर पालिका का था।
रेस्क्यू टीम ने बताया था, बोरवेल में कैमरा डाला गया तो दिखा कि बच्चा खड़ा है। बच्चे को बाहर निकालने के लिए अंब्रेला टूल का यूज किया गया। उसे एनर्जी के लिए एक बॉटल दूध दिया गया था। अभी बच्चे की हालत सही है। बच्चे को कहीं चोट भी नहीं आई है।
घटना स्थल पर पहुंची टीम
कोटला सादात निवासी मोहसिन का करीब 6 साल का बेटा माविया घर के बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते वो नलकूप के पास पहुंच गया। वहां खुले पड़े बोरवेल में गिर गया। थोड़ी देर बाद हादसे की जानकारी परिवार को हुई। सूचना मिलने पर एसपी दीपक भूकर समेत प्रशासनिक टीम पहुंच गई थी।
तकरीबन 35 साल पहले खोदा गया था कुआं
बच्चे के पिता मोहसिन ने बताया कि जहां बच्चा गिरा है। वहां करीब 35 साल पहले नगर पालिका ने कुआं खोदा था। 10 साल से इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा था। बोरवेल का मुंह खुला हुआ था।
रेस्क्यू में लगे कर्मचारियों ने बताया था, बच्चे ने दूध पिया था। इसके अलावा बोरवेल में लाइट की व्यवस्था कराई गई थी। बोरवेल के अंदर कैमरा डालकर स्क्रीन पर अंदर के हालात देखने की कोशिश की जा रही थी। बोरवेल के अंदर मोबाइल डालकर बच्चे के पिता और दादा को उसको दिखाया जा रहा था। जिससे इशारों के माध्यम से उसे कुछ समझाया जा सके।
वहीं इस मामले में स्थानीय लोगों ने नगर पालिका प्रशासन पर नाराजगी जताई। लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की घोर लापरवाही है। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई थी। मोहल्ले के लोग बच्चे की सलामती की दुआ मांग रहे थे। बच्चे के परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा था।
मेरी टीम ने बहुत अच्छा काम किया
बच्चे को निकालने के बाद NDRF के डिप्टी कमांडेंट दीपक तलवार ने कहा, बच्चा बोल और सुन नहीं पाता है। इसलिए हम लोगों को थोड़ी सी परेशानी हुई लेकिन हम लोगों की टीम ने बहुत अच्छा काम करके बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया है। अभी वो अस्पताल में भर्ती है। डॉक्टर उसका निरीक्षण कर रहे हैं।
बच्चे से मिलने पहुंचे जिला आधिकारी मेधा रूपम व एसपी दीपक भूकर हॉस्पिटल में जाना डॉक्टरों से बच्चे की स्वास्थ को हाल।