
[HAPUR] जनपदीय साइबर सेल और थाना हापुड़ नगर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम ने एक महिला समेत 3 नटवरलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर का डुप्लीकेट सिम निकलवा लेते थे। उसके बाद इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी कर धनराशि निकाल लेते थे।
आरोपियों के कब्जे से ढाई लाख रुपए की नकदी, 5 मोबाइल फोन, बैंक की मोहर और भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, चेक बुक और घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार बरामद की गई है। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि हम लोग बैंकों में जाकर बैठ जाते हैं। बैंक में मौजूद सीधे लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर उनके बैंक खाते और नाम-पते व मोबाइल नम्बर की जानकारी ले लेते हैं।
फिर हम मृत्यु प्रमाण पत्र में एडिट करने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाते। लोगों के खाते से लिंक मोबाइल नंबर का डुप्लीकेट सिम निकलवाने के लिए संबंधित सिम कंपनी के स्टोर पर जाकर जिस व्यक्ति का सिम निकलवाना है हम लोग स्वयं को उसका बेटा या बेटी बनकर एक फर्जी आधार कार्ड, जिसमें अपना फोटो लगाकर कोई भी नाम लिखकर उसमें जिस व्यक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया है उसका पिता के रूप में नाम और पता लिखकर तैयार कर लेते थे।
इसी आधार कार्ड से डुप्लीकेट सिम को निकलवाकर एक्टिवेट कर लेते फिर लोगों के खातों से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खाताधारक के बैंक खाते को उसी बैंक की दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कराकर चेकबुक और डेबिट कार्ड जारी कराकर अपने पतों पर मंगा लेते थे। फिर इंटरनेट बैंकिंग के जरिये यूजर आईडी पासवर्ड फोरगेट कर धोखाधड़ी से धनराशि ट्रांसफर कर निकासी कर लेते थे। दो दिन पूर्व हापुड़ में एक टीचर के साथ घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। करोड़ों रुपए की कर चुके हैं धोखाधड़ी
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने मुंबई, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस तरह की कई घटना को अंजाम देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम अमित शर्मा निवासी नया दरगंज कस्बा और थाना दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर, उमेश निवासी नीलकंठ वाटिका एनटीपीसी मोड दादरी थाना बादलपुर जनपद गौतमबुद्धनगर, गरिमा निवासी दिल्ली पुलिस स्टॉफ क्वार्टस पश्चिम विहार वेस्ट दिल्ली बताया है।