
[Ghaziabad] बेटी रील्स बनाने की शौकीन थी और ज्यादातर वक्त फोन में घुसी रहती थी। फोन वापस लेने पर गुस्सा हो जाती थी। उसने रातभर फोन चलाया। फिर शुक्रवार सुबह लेट उठी। इसके बाद मोबाइल में लग गई। मैं ड्यूटी को लेट हो रही थी। मुझे ऑफिस में फोन से काम रहता है। मैंने कहा कि आकर फोन दे दूंगी। वो जाते-जाते मुझसे बोली कि मम्मी तुम्हें आकर पता लग जाएगा।
मुझे पता नहीं था कि बेटी सुसाइड कर लेगी। उसने फोन की वजह से सुसाइड किया है।” ये कहना है कि गाजियाबाद में 16 साल की लड़की की मां का, जिसने कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। हालांकि, लड़की ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने अपने भाइयों की वजह से जान दी क्योंकि उसके दोनों भाई नशा करते थे।पूरा मामला कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली का है। यहां आयकर विभाग के सरकारी क्वार्टर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गीता 16 साल की बेटी और दो बेटों संग रहती हैं। दोनों बेटे नशे के आदी हैं और तीसरा बेटा पॉक्सो एक्ट में जेल में बंद है। गीता दिल्ली में इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत हैं। पति की मृत्यु के बाद आश्रित कोटे से उनकी नौकरी लगी थी। शुक्रवार को मां ड्यूटी पर गई थीं। वहां से आईं तो बेटी घर में फांसी पर लटकी मिली थी।
DCP शुभम पटेल ने बताया, कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। इसमें लिखा है कि वो अपने भाई की शराब और नशे की आदत से परेशान थी। कई बार उसने भाइयों को समझाया, पर उसमें कुछ सुधार न।होने के कारण ऐसा कदम उठाया। ये पूरे समाज के लिए दुखद है कि एक।लड़की को इस वजह से ऐसा कदम उठाना पड़ा। पुलिस नशे के खिलाफ अभियान को लगातार चलाती रहती है। हम आगे भी प्रयास करेंगे कि इस मुहिम को सुदृढ़ तरीके से चलाया जाए।