
[Uttar pradesh] हापुड़ में मोहल्ला लज्जापुरी और चमरी में सड़क पर अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पालिका द्वारा दिए गए नोटिस का असर दिखाई देने लगा है। भवन स्वामियों ने बुल्डोजर के डर से खुद ही मकान तोड़कर अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। हालांकि कुछ भवन स्वामी अभी भी राहत मिलने की आस लगाए बैठे हैं। 111 भवन स्वामियों को नोटिस दिए गए हैं। 52 फिट सरकारी भूमि है। जिस पर सड़क का निर्माण होना है। जबकि अभी अलग अलग जगह मात्र 32 से 16 फिट जगह पाई गई है।लज्जापुरी में रामलीला ग्राउंड के गेट नंबर दो से चमरी फाटक तक नगर पालिका द्वारा सड़क और नाले का निर्माण कराया जाना है। जिसकी जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है और निर्माण के लिए पैसा भी आवंटित हो चुका है। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क की नपाई की गई तो पाया कि कई लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण कर मकान बना लिए हैं, जिससे रास्ताnसंकरा हो गया है। नगर पालिका द्वारा भूमि की पैमाइश कर अतिक्रमण करने वाले 111 मकान मालिकों को नोटिस भेजकर एक सप्ताह के अंदर जवाब देने और अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए गए थे। नोटिस में अतिक्रमण न हटाने पर नगर पालिका टीम द्वारा अतिक्रमण हटवाने और उसका खर्च भी वसूलने की चेतावनी दी गई थी।
अतिक्रमण करने वाले मकान मालिकों के पास संतोषजनक जवाब न होने के कारण कार्रवाई के डर से खुद ही मकान तोड़ने शुरू कर दिए गए। चमरी में बुधवार को भवन स्वामियों द्वारा तोड़फोड़ शुरू कर दी गई। लेकिन अनेक भवन स्वामी नोटिस जारी होने के बाद राहत पाने की आस में बैठे हुए हैं। एसडीएम/नगर पालिका अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि भवन स्वामियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिए भेजे गए हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की कार्रवाई की तैयारी की जाएगी। नियम अनुसार कार्रवाई की जायेगी।