
[UP] मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह योजना को शुरू करके गरीबों का बोझ हल्का कर दिया है। गरीब व्यक्ति अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए तमाम तरह के कष्ट उठाता था। हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद भी वह व्यवस्था नहीं कर पाता था लेकिन मुख्यमंत्री ने इस दर्द को समझा और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की।
उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में 24 नवंबर को सामूहिक विवाह होगा 2200 जोड़े सात फेरे लेकर एक-दूजे के बंधन में बंध जाएंगे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समारोह में पहुंचकर जोड़ों को आशीर्वाद देंगे।
कार्यक्रम को लेकर पुलिस और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया ये कार्यक्रम जनपद के कमला नेहरू पार्क में होगा। इसमें गाजियाबाद हापुड़ और बुलंदशहर के 2200 जोड़े आएंगे। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 25 हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने की संभावना है।
उप श्रमायुक्त रवि श्रीवास्तव ने बताया, अब तक 800 श्रमिकों ने सामूहिक विवाह के लिए आवेदन किया है। इसमें गाजियाबाद के 250 बुलंदशहर के 250 और हापुड़ जिले के 300 आवेदन आए हैं।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम के तहत श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक ही इस योजना के पात्र होंगे। श्रम विभाग में इनका पंजीकरण कम से कम एक साल पुराना होना चाहिए इस योजना के तहत श्रमिकों को 75 हजार रुपए मिलते हैं। 10 हजार रुपए एडवांस में पोशाक खरीदने के लिए दिए जाते हैं और बाकी के 65 हजार रुपए विवाह उपरांत मिलते हैं। श्रमिकों की बेटियों की शादी कराने का जिम्मा श्रम विभाग ने खुद पर लिया है।