
[HAPUR] कहा जाता है कि शहरों की अपेक्षा गांव की सुंदरता, प्रकृति, वातावरण आदि सभी तत्व अच्छे होते हैं, लेकिन गांव में भी शहरों जैसी गंदगी देखने को मिले तो गांव, गांव न रहकर शहर की ही प्रतिछाया बन जाती है। बात दरअसल अमन कॉलोनी मेरठ रोड ग्राम असौड़ा की है ये गांव जिला हापुड़ का सबसे बड़े ग्रामीण क्षेत्र है।
जहां पिछले दो साल से सफाई कर्मचारियों की अनदेखी व लापरवाही वाले रवैये की वजह से अमन कॉलोनी में जाने वाला मुख्य रास्ते पर गंदगी का ढेर हैं। इससे गांव वाले व कॉलोनी वाले गंदगी की मार झेलने को मजबूर हो गए हैं। ग्रामीणों की ओर से अधिकारियों से शिकायतों के बावजूद सफाई कर्मचारी सुचारु रूप से अपना काम करने नहीं आते और अगर किसी दिन आ भी जाए तो औपचारिकता के तौर पर मात्र थोड़ा काम कर चले जाते हैं। यहां सफाई कर्मचारी से लेकर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी व नाली साफ करने वाले तक नहीं आते।कॉलोनी के मुख्य रास्ता विस्तार ना होने पर और रुका हुआ गंदा पानी व कूड़े का अंबार होने से कॉलोनी में रहने वाले मासूम बच्चों को डेंगू मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी ने अपनी चपेट मे ले लिया है वहीं जलभराव और गंदगी से सर्दी के मौसम में भी मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। बदबू और गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी संभावना बनी हुई है। कई बार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई न होने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों ने मुख्य रास्ते का विस्तार व सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने की गुहार लगाई है।
हापुड़ के मेरठ रोड ग्राम असौड़ा अमन कॉलोनी निवासी राष्ट्र विकास संस्था रजी० के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अब्दुल सलाम व शाहरुख चौधरी, इरफ़ान कुरैशी, नवाब, हसरत चौधरी, महमूद चौधरी, आमिर, शान मोहम्मद उर्फ तुफल चौधरी, उस्मान, तोहिद हापाजी, गुड्डू, इसनलाल महाजन,विनोद शर्मा अन्य ग्रामणी लोगों ने रास्ते का विस्तार और सफाई व्यवस्था ना होने से काफी रोष जताया है