
[HAPUR] उत्तर-प्रदेश के हापुड़ जिले में ओडिशा के बालेश्वर जैसा भयंकर ट्रेन हादसा होने से टल गया। सोमवार को मुरादाबाद से दिल्ली की ओर जा रही राजधानी एक्सप्रेस उसी ट्रैक पर आ गई, जिस पर एक मालगाड़ी को रोका गया था। राजधानी के ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर समय रहते ट्रेन को रोक दिया। इस तरह एक भीषण ट्रेन हादसा होने से बच गया।
ओडिशा के बालेश्वर जिले में जून महीने में हुए ट्रेन हादसे ने सभी को दहला दिया था। एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेने दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस भयंकर हादसे में 288 लोगों की दर्दनाक मौत हो थी। इस घटना में कई घर तबाह हो गए। कोई मासूम बच्चा हमेशा के लिए अपनी मां से बिछड़ गया तो किसी ने अपनी कलेजे के टुकड़े को हमेशा के लिए खो दिया। इस ट्रेन हादसे ने हर एक की आंखों में आसू ला दिया। इस घटना के डेढ़ महीने बाद एक और बड़ा ट्रेन हादसे होने ही वाला था, लेकिन गनीमत रही कि हापुड़ में यह ट्रेन हादसे होने से टल गया।
सोमवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे मुरादाबाद की ओर से आने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रैक एक पर चल रही थी। जब वह सिंभावली के पास पहुंची तो उसके ट्रेन के ड्राइवर को सिग्नल नहीं मिला। ड्राइवर ने अपनी सूझ-बूझ से समय रहते सैकड़ों यात्रियों की जान को बचा लिया। उसने गाड़ी को सिंभावली रेलवे स्टेशन के आउटर से पहले ही रोक लिया।
दरअसल मेगा ब्लॉक के कारण एक मालगाड़ी को रोका गया था। इसी बीच उसी ट्रैक पर राजधानी एक्सप्रेस आ गई। राजधानी की स्पीड उस समय कम थी जिसके कारण उसे समय पर रोक दिया गया। अगर राजधानी समय पर नहीं रूकती तो बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था। ट्रेन को रोकने के करीब दस मिनट बाद सिग्नल मिलने पर ट्रेन को आगे की तरफ रवाना किया गया। लाइन नंबर एक पर मालगाड़ी खड़ी थी जिसके बाद राजधानी को लाइन नंबर दो से निकाला गया।