मध्यप्रदेश

जंगली हाथी ने तीन लोगों को कुचला एक की मौत दो लोगो का चल रहा उपचार

[मध्य प्रदेश ब्यूरो रिपोर्टर उमेश सिंह राजपूत]

[मध्य प्रदेश] अनूपपुर में जंगली हाथियों का कर लगातार जारी है। इस दौरान जंगली हाथियों ने तीन लोगों को पूरी तरीके से कुचल दिया है जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई है, वही दो अन्य गंभीर रूप से घायल जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इस दौरान ग्रामीणों के विरोध पर हुई फायरिंग में दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।IMG 20240224 WA0019 copy 640x337

दरअसल अनूपपुर जिले के कई इलाकों में जंगली हाथियों की मौजूदगी और उनके हिंसक होने के कारण लगातार मानव जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं। इसके काफी समय पहले भी शहडोल जिले के कुछ इलाकों में जंगली हाथियों ने उत्पाद मचाया था। लेकिन वर्तमान समय में अनूपपुर जिले की कई इलाकों में जंगली हाथी डेरा जमाए हुए हैं, जहां वह सिर्फ फसलों को बर्बाद कर रहे हैं वहीं आम जनजीवन को भी प्रभावित कर रहे हैं।IMG 20240224 WA0021 copy 640x337

गुरुवार को अनूपपुर जिले से आई खबर किसी दिल दहला देने वाली घटना से कम नहीं है, जहां जंगली हाथियों ने तीन लोगों पर हमला कर और उन्हें कुचल दिया। जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल अस्पताल में भर्ती जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। यह घटना अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डुगमनिया ठेहरिया की बताई जा रही है। जहां जंगली हाथियों के कर ने सबको परेशानी में खड़ा कर दिया है।IMG 20240224 WA0020 copy 640x337

लेकिन स्पीच बड़ी खबर जो सूत्रों के हवाले से मिल रही है वह यह की मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम और गुसाईं ग्रामीणों के बीच आपसी तनाव भी उत्पन्न हो गया था इस दौरान जो जानकारी सूत्रों के हवाले से मिल रही है उसमें यह की कुछ वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा फायरिंग जैसी हालत भी बनी हुई थी। जिसमें विरोध कर रहे ग्रामीणों में से दो लोगों को गोली लगने की जानकारी प्राप्त हुई है।

हालांकि यह जानकारी अपुष्ट सूत्रों से मिली है की वन विभाग के लोगों के द्वारा फायरिंग की गई है जिसमें दो ग्रामीण गोली लगने के कारण घायल हुए हैं हालांकि उन दोनों घायल ग्रामीणों का इलाज चिकित्सालय में किया जा रहा है स्पीच वन विभाग की तरफ से भी यह जानकारी मिली है कि उनके पास कोई बंदूक नहीं थी और जब बंदूक नहीं थी तो फायरिंग कैसे हो सकती है।

सवाल और आरोप बड़ा है, जिसकी जांच उपरांत ही तस्वीर स्पष्ट हो सकेगी। लेकिन जंगली हाथियों के कहर और आतंकी हमले के चलते ग्रामीण जहां भयभीत है। वही इस घटना के बाद अब ग्रामीण आक्रोशित भी हो उठे हैं। जबकि वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी हर बार सवाल यह निशान लगाते आए हैं। देखना होगा इस मामले में ग्रामीण और वन विभाग के बीच हुए आक्रोश और फायरिंग जैसी बात कितनी सच और झूठ साबित होती है?

Show More
Back to top button